Saudi : सऊदी अरब की रियाद कोर्ट ने फिर एक बार केरल के कोझिकोड जिले के अब्दुल रहीम के मामले में आखिरी फैसला टाल दिया। रहीम पिछले 18 साल से जेल में हैं, उन पर एक 15 साल के सऊदी लड़के की हत्या का आरोप है .गुरुवार, 13 फरवरी को अदालत ने कुछ अधूरी प्रक्रियाओं का हवाला देते हुए केस को आगे बढ़ा दिया। यह आठवीं बार है जब उनका फैसला टला है।
क्या है पूरा मामला?
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अब्दुल रहीम 2006 में ड्राइवर की नौकरी के लिए सऊदी अरब गए थे और वहीं एक विकलांग लड़के की देखभाल भी करते थे। एक दिन, जब वह लड़के के साथ गाड़ी चला रहे थे, तो उसकी सांस लेने वाली मशीन गलती से गिर गई, जिससे वह बेहोश हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई।
हालांकि यह एक दुर्घटना थी, फिर भी रहीम पर हत्या का आरोप लगाकर उन्हें मौत की सजा सुना दी गई। बाद में, जब मृत लड़के के परिवार ने ‘ब्लड मनी’ (मुआवजा) लेने की सहमति दी, तो अदालत ने अपना फैसला बदला।
मुआवजा और केस की मौजूदा स्थिति
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रहीम की रिहाई के लिए केरल में अब तक की सबसे बड़ी क्राउडफंडिंग चलाई गई, जिसमें 15 मिलियन सऊदी रियाल (करीब 34 करोड़ रुपये) जुटाए गए। 15 अप्रैल 2024 को यह रकम सऊदी अदालत को सौंप दी गई और 23 मई 2024 को विदेश मंत्रालय (MEA) के जरिए भुगतान कर दिया गया। 2 जुलाई 2024 को अदालत ने रहीम की मौत की सजा हटा दी, लेकिन एक और कानूनी मामला चलते रहने के कारण वह अब भी जेल में हैं।
21 अक्टूबर 2024 को उनकी रिहाई की सुनवाई हुई, लेकिन अदालत की बेंच बदलने के कारण फैसला टल गया। बार-बार हो रही देरी से रहीम का परिवार काफी परेशान है और उनकी जल्द रिहाई की उम्मीद कर रहा है।