Investment Tips: सीनियर सिटीजन को रिटायरमेंट के बाद सोचना पड़ता है में अगर मंथली इनकम मिलती रहे तो यह उनके लिए फायदेमंद होता है तो अगर आप भी इसी चिंता में है तो हम यहां कुछ स्कीम के बारे में बताने वाले हैं, जिनमें इंवेस्टमेंट कर सीनियर सिटीजन को फायदा हो सकता है। साथ ही इसमें ऐसी स्कीम भी शामिल है, जिसमें लाखों का फंड भी तैयार किया जा सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में…
पांच साल की लॉक-इन टाइम
जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है ऐसे आयु के वरिष्ठ नागरिक छोटी बचत योजना, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) में निवेश कर सकते हैं और नियमित ब्याज आय अर्जित कर सकते हैं। आपको यह ब्याज तिमाही आधार पर मिलेगा और जमा की तारीख से 31 मार्च/30 जून/30 सितंबर/31 दिसंबर तक लागू होगा। इसके तहत मूलधन के लिए पांच साल की लॉक-इन टाइम है।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस)- किसी व्यक्ति द्वारा खोले गए सभी एससीएसएस खातों में न्यूनतम जमा राशि 1,000 रुपये और 1,000 के गुणकों में होगी, अधिकतम सीमा 30 लाख रुपये तक होगी। एससीएसएस खाता आप अकेले भी खोल सकते हैं यह भी या अपने पार्टनर (पति या पत्नी) के साथ भी संयुक्त रूप से खोला सकते है। ऐसे में यदि आप 1 लाख रुपये से अधिक की राशि जमा करते हैं तो वह केवल चेक द्वारा स्वीकार की जाएगी। यह योजना धारा 80सी के तहत कर छूट के लिए योग्य है।
निवेश अवधि पांच साल
POMIS एक और छोटी बचत योजना है, और इसकी निवेश अवधि पांच साल है। एकल खाते में ऊपरी निवेश सीमा 9 लाख रुपये और ज्वॉइंट अकाउंट में 15 लाख रुपये है। ब्याज अकाउंट खोलने की तारीख से एक महीने के पूरा होने पर और इसी तरह परिपक्वता तक देय होगा। POMIS में निवेश किसी भी कर लाभ के लिए योग्य नहीं है और ब्याज पूरी तरह से कर योग्य है।
सीनियर सिटिजंस को 0.50 प्रतिशत का अतिरिक्त ब्याज
अधिकांश बैंक आमतौर पर सीनियर सिटिजंस को विभिन्न अवधि की एफडी पर दी जाने वाली सामान्य ब्याज दरों के अलावा 0.50 प्रतिशत का अतिरिक्त ब्याज देते हैं। एफडी ब्याज का भुगतान निवेशकों को नियमित अंतराल पर किया जाता है – मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक. बैंक जमा अवधि के संदर्भ में लचीलापन प्रदान करते हैं यह न केवल फंडों को तरलता प्रदान करता है, बल्कि ‘पुनः निवेश जोखिम’ का प्रबंधन भी करता है।